Monday, June 11, 2012

तुमसे मिलने से पह्ले

वो क्लास की मस्ती,
वो दोस्तों की हसी,
कितना खुश था में,
हमेशा मुस्कुराता था में 

न कोई दर
किसी को खोने का 
न कोई आंसू
किसी से बिचार्ने का 

सुबह का नास्ता 
दोपहर को एक cigarette  और चाय,
दिन भर के मस्ती 
और फिर bye bye ..


physics  के motion  की जगह
लडकियों के खवाब देखता था,
chemistry  के acid  की जगह 
cigarette का धुआ उरता था।

हर वो लड़की जिसके चेहरे में हसी थी 
हमें उससे प्यार हो जाता था,
हर सुबह होता था एक नए प्यार का एहसास
शाम थक बना देते थे उसे एक बकवास

मस्ती तो थी 
मगर जिंदगी एकदोम बेहाल थी 
तुमसे मिले से पहले 
येही अपनी जिंदगी की हाल थी



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